नदियों का जलस्तर बढ़ा, जर्जर बंधों की मरम्मत न होने से गांववासियों में दहशत

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रिपोर्ट: आर०ए० पांडेय
समाचार पत्रिका, गोरखपुर
चौरीचौरा (गोरखपुर) बारिश का मौसम हरियाली और सुहाना मौसम तो जरूर लेकर आता है लेकिन नदी किनारे बसे गांवों के लोगों के लिए दहशत का माहौल भी लेकर आता है। नदी के बढ़ते जलस्तर के साथ नदी किनारे बसे लोगों की धड़कने भी बढ़ने लगती हैं कि कहीं बांध टूट गया तो चारो तरफ तबाही और बर्बादी का मंजर होगा और तमाम लोग बेघर हो जाएंगे।
नदी का जलस्तर बढ़ने से गांव वालों की धड़कन भी बढ़ी :
नदी किनारे बसे लोगों के अंदर इस बात का डर तो है ही लेकिन इन बन्धों के मरम्मत और रख रखाव करने वालों को इसकी थोड़ी भी फिक्र नहीं है। चुनाव आता है तो यही बंधे और बाढ़ के मामले मुद्दे बनते हैं। लेकिन चुनाव जीतने वाले भी किये गए वादों पर खरे नहीं उतरते और नदी किनारे बसे लोगों की धड़कने बारिस के साथ साथ बढ़ती जाती है। चौरीचौरा विधानसभा क्षेत्र अन्तर्गत आने वाले इटौवा, महुअरकोल, कटशिकरा, लकडीहा सहित दर्जनों गांव नदी के मुहाने पर स्थित हैं। इन गावों से लगने वाले बंधे वर्षों से जर्जर हालत में हैं। बाढ़ इन गांवों में हर साल तबाही मचाता है। इस साल भी बारिश शुरू हो चुकी है और इन गांवों के लोगों के माथे पर दहशत तारी होना शुरू हो चुका है। पिछले दिनों और इधर दो दिनों से हो रही लगातार बारिश के कारण गोर्रा और राप्ती नदी के जलस्तर में बढ़ाव हो रहा है। इन दोनों नदियों के बीच और इसके किनारे बसे ग्रामीणों के अंदर नदियों का बढ़ता जलस्तर दहशत पैदा कर रहा है। दोनो नदियों के बन्धों पर जगह जगह बने रेन कट और रैट होल से बांध जर्जर हालत में हैं। लगातार बारिश से इन कटाव के स्थानों पर कटाव का दायरा बढ़ता जा रहा है। ऐसी स्थिति में इन कटाव स्थलों का मरम्मत नहीं किये जाने से नदी का जलस्तर बढ़ने पर बाढ़ एक बार फिर तबाही मचाएगी।
बन्धों को लेकर ग्रामीणों ने कहीं ये बात :
नदियों के किनारे बसे ग्रामीणों ने बताया कि पिछले बरसात के बाद से अभी तक जर्जर बन्धों की मरम्मत नहीं कि गयी और न ही कहीं रेन कट या रैट होल को भरा गया। हालांकि शासन ने बन्धों के मरम्मत का काम 15 जून तक किसी भी हाल में पूरा करने का निर्देश दे रखा है। ग्रामीणों का कहना है कि बन्धों का मरम्मत कर उस पर मजबूत सड़क बना दिया जाए तो लोगों को एक सड़क भी मिलेगी और बन्धों को अच्छी मजबूती भी मिल जाएगी। सपा नेता एडवोकेट मुन्नीलाल यादव ने कहा कि मई का महीना बीतने वाला है और 15 जून तक बन्धों का मरम्मत पूरा करना है। ऐसे में विभाग बन्धों का मरम्मत कैसे पूरा कर सकेगा। बन्धों की मरम्मत समय से नहीं हुआ तो इस साल भी जनता बाढ़ की त्रासदी झेलने को मजबूर होगी।
सपा नेता कालीशंकर ने बन्धों के मरम्मत की मांग :
सपा के वरिष्ठ नेता कालीशंकर ने कछार क्षेत्र में स्थित गोर्रा नदी के बन्धों पर बने रेन कट और रैट होल को जल्द से जल्द बन्द कराने और जर्जर बन्धों के मरम्मत के लिए सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता दिनेश सिंह से वार्ता किया। सपा नेता ने मुख्य अभियंता से कहा कि लगातार बारिश से नदी का जलस्तर बढ़ रहा है और नदी किनारे बसे गांवों के लोग दहशत में हैं। कालीशंकर की मांग का संज्ञान लेते हुए मुख्य अभियंता ने कहा कि बन्धों की मरम्मत के लिए अधिकारियों को निर्देशित कर रहा हूँ।
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