गोरखपुर: कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए गांवों में साफ-सफाई और सैनिटाइजेशन पहली प्राथमिकता- हिमांशु शेखर ठाकुर – समाचार पत्रिका

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गोरखपुर: कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए गांवों में साफ-सफाई और सैनिटाइजेशन पहली प्राथमिकता- हिमांशु शेखर ठाकुर

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P.R. TRIPATHI

समाचार पत्रिका, गोरखपुर

कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम के लिए पंचायती राज विभाग के अफसर दिन-रात कड़ी मेहनत कर रहे हैं। गांवों में ताकि बढ़ते संक्रमण के खतरे को रोका जा सके। बड़ी संख्या में कर्मचारियों को लगाकर गांवों, क़स्बों और गलियों की साफ-सफाई कराकर सैनिटाइजेशन कराया जा रहा है। ‘मेरा गांव-स्वच्छ गांव’ अभियान के तहत तीसरे चरण में फिर शनिवार से गांवों को संक्रमण मुक्त करने की मुहिम जारी हो जाएगी।

हिमांशु शेखर ठाकुर, डीपीआरओ गोरखपुर

जिला पंचायत राज अधिकारी हिमांशु शेखर ठाकुर बताते हैं कि गांवों को संक्रमण मुक्त करने के लिए ब्लॉक मुख्यालयों के एडीओ पंचायतों व गांवों में तैनात सफाईकर्मियों को सफाई अभियान को युद्ध स्तर पर जारी रखने के निर्देश दिए गए हैं। कोविड-19 संक्रमण के साथ ही अब लोगों में ब्लैक फंगस भी दस्तक देना शुरू कर दिया है। बचाव कार्य के लिए टीमें कड़ी मेहनत कर रही हैं। डीपीआरओ हिमांशु शेखर ठाकुर ने बताया कि संक्रमण की रोकथाम के लिए पलामू से 4000 लीटर टैंक की सोडियम हाइपोक्लोराइट मंगा ली गई है। जिससे आने वाले दिनों में नियमित रूप से ग्राम पंचायतों में सैनिटाइजेशन की प्रक्रिया चलती रहे। पंचायती राज विभाग ने पिछले दिनों ग्रामीण क्षेत्रों में अब तक 7000 लीटर सोडियम हाइपोक्लोराइट से दो चरणों में सैनिटाइजेशन का कार्य कराया जा चुका है। शनिवार से शुरू हो रहे तीसरे चरण के सैनिटाइजेशन की वृहद शुरुआत की जाएगी। जिसके लिए पूर्व से निर्धारित सफाई कर्मचारियों के रोस्टर के अनुसार ‘मेरा गांव-स्वच्छ गांव’ अभियान के अंतर्गत प्रत्येक ग्रावों में साफ-सफाई के बाद सैनिटाइजेशन, छिड़काव व ट्रैक्टर-ट्राली, जेसीबी मशीन से कूड़े का निस्तारण और फॉगिंग का कार्य कराया जाएगा। पंचायती राज विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में सर्वप्रथम कंटेनमेंट जोन में प्राथमिकता पर सैनिटाइजेशन कराया जा रहा है। उसके उपरांत जिन ग्राम पंचायतों के घरों में लोग होम आइसोलेशन में रह रहे हैं, उनके भी घरों में व्यक्तिगत तौर पर सफाई कर्मचारी के द्वारा सोडियम हाइपोक्लोराइट का घोल बनाकर छिड़काव किया जा रहा है। इसके अलावा सामान्य तौर पर सभी के घरों में घर-घर जाकर सैनिटाइजेशन किया जा रहा है।

नियमित चल रहा है सैनिटाइजेशन कार्यक्रम

डीपीआरओ हिमांशु शेखर ठाकुर ने बताया कि इन सभी के अलावा जितने भी राजकीय विभागों के कार्यालय जैसे पंचायत भवन, बेसिक परिषदीय विद्यालय, सामुदायिक केंद्र, आंगनबाड़ी केंद्र, साधन सहकारी समिति, सार्वजनिक वितरण प्रणाली आदि हैं। हर जगह का सैनिटाइजेशन कराया जा रहा है। जिनकी नियमित रूप से विकास खंड स्तर पर सहायक विकास अधिकारी (एडीओ पंचायत), ग्राम पंचायत स्तर पर ग्राम पंचायत सचिव तथा जिला स्तर पर स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के जिला समन्वयक, अपर जिला पंचायत राज अधिकारी और जिला पंचायत राज अधिकारी द्वारा स्वयं किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि ‘मेरा गांव-स्वच्छ गांव’ अभियान के अंतर्गत 22 मई से चलने वाले अभियान को पूर्णत: सफल बनाने के लिए माइक्रो प्लान तैयार कर लिया गया है। जिसमें समस्त सफाई कर्मचारियों को सुचारु रूप से कार्य करने के लिए सभी एडीओ पंचायतों, खंड प्रेरकों एवं पंचायत सचिवों को नियमित मॉनिटरिंग के लिए आदेश दिए गए हैं। इसके अतिरिक्त ग्राम पंचायतों में नियमित निगरानी समितियों के साथ बैठक एवं विभाग के द्वारा लोगों को मेडिकल किट तथा हेल्थ चेकअप के लिए भी प्रयास किया जा रहा है।

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