गोरखपुर: कोविड-19 को मात देगा “मेरा गांव-स्वच्छ गांव” अभियान, अब तीन दिनों में बदलेगी गांवों की सूरत, होगी व्यापक साफ-सफाई

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Rep. P.R. TRIPATHI
समाचार पत्रिका, गोरखपुर
स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के मिशन निदेशक किंजल सिंह ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को पत्र लिखकर महज तीन दिनों में गांवों की साफ-सफाई व्यवस्था को ठीक कराने के निर्देश दिए हैं। मिशन निदेशक ने इसके लिए “मेरा गांव-स्वच्छ गांव” अभियान शुरू कराने का फरमान जारी कर दिया है। अब हर शनिवार, रविवार और सोमवार को गांवों में ठोस एवं तरल कचरा का व्यापक प्रबंध कर साफ-सफाई की व्यवस्था को मजबूती दी जाएगी।
प्रदेश के प्रत्येक राजस्व ग्राम में एक सफाई कर्मचारी की तैनाती होने से साफ-सफाई व्यवस्थाओं में आ रही दिक्कतों को खत्म करते हुए उन्होंने अब बाहर से मजदूर लेकर व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त कराने का निर्देश दे दिया है। इसी तरह जलनिकासी के लिए तालाबों तक जानेवाली नालियां, आबादी की घरेलू नालियां और पशुओं के कचरे के ठोस प्रबंधन के बारे में भी उन्होंने दिशा-निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा है कि पशुओं के कचरे के ढेर की त्वरित गति से व्यवस्था सुदृढ़ होनी चाहिए। इसके लिए अगर जरूरत हो तो ट्रैक्टर और जेसीबी मशीनों का भी उपयोग किए जाएं, लेकिन तीन दिनों में समस्याओं का निदान होना चाहिए।
साफ-सफाई के साथ ही सड़कों और गलियों में नहीं जमा होने पाए पानी
स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के मिशन निदेशक किंजल सिंह ने दिशा-निर्देश जारी करते हुए कहा है कि गांव में स्थित सार्वजनिक भवनों, पंचायत भवन, विद्यालय, आंगनबाड़ी, एएनएम सेंटर, पीएचसी, सीएचसी आदि के आसपास स्थित कचरे के ढेर एवं नालियों की साफ-सफाई वृहद स्तर पर की जानी चाहिए। इसके साथ ही गांवों में घरों से होकर तालाबों, नदियों और नालों तक जानेवाली जल निकासी नालियां जो कचरा भरने की वजह से बंद पड़ी हैं। आवश्यकतानुसार तत्काल जेसीबी व फावड़े से सफाई कराकर बंद नालियों को तत्काल खुलावाई जाए। ताकि दूषित जल गांव की सड़क और गलियों में जमा ना होने पाए। यह पानी सीधे तालाबों, नदियों या फिर नालों में जाकर गिर जाए। जो वर्षा ऋतु के दृष्टिगत भी बहुत ही जरूरी है।
कम्पोस्ट गड्ढों में डलवाएं कचरे के ढेर
मिशन निदेशक ने कहा है कि ग्राम पंचायत में आवश्यकतानुसार कंपोस्ट गड्ढों की खुदाई जेसीबी मशीन के माध्यम से करवा कर जितने भी कचरे के ढेर आबादी और आबादी के आसपास दिख रहे हों कचरों को ट्रैक्टर के माध्यम से उठाकर कंपोस्ट गड्ढों में डलवाकर उचित प्रबंध कराया जाए।
सोडियम हाइपोक्लोराइट के घोल से हो छिड़काव
मिशन निदेश किंजल सिंह ने कहा है कि इन कार्यों के बाद गांवों में सघन रूप से सोडियम हाइपोक्लोराइट का घोल बनाकर ग्राम पंचायत में स्प्रे मशीन के माध्यम से प्रत्येक बस्तियों में छिड़काव व फागिंग कराए जाएं। गांवों में नियमित रूप से मुनादी करवाकर एवं निगरानी समितियों के माध्यम से प्रचार-प्रसार करके “मेरा गांव-स्वच्छ गांव” अभियान के अंतर्गत मास्क पहने, सामाजिक दूरी बनाए रखने व साबुन से बार-बार हाथ धुलने के लिए प्रोत्साहित कराया जाए। ग्राम पंचायतों में साफ-सफाई के लिए सफाई कर्मचारियों का रूट चार्ट एवं रोस्टर भी तैयार कराकर रूट चार्ट और रोस्टर के अनुसार ही सफाई कराया जाए। जिस का मूल्यांकन एडीओ पंचायत अपने स्वयं करेंगें।
डीपीआरओ ने मातहतों को जारी किया निर्देश

जिला पंचायत राज अधिकारी हिमांशु शेखर ठाकुर ने बताया कि शनिवार, रविवार एवं सोमवार को इस व्यापक अभियान “मेरा गांव-स्वच्छ गांव” में सभी सफाई कर्मचारियों का रोस्टर जारी कर दिया गया है तथा सभी सहायक विकास अधिकारी (एडीओ पंचायत) एवं स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के खंड प्रेरकों को इसके सघन मॉनीटरिंग के लिए निर्देशित कर दिया गया है। इस कार्य से कोविड-19 एवं जल जनित बीमारियां तथा अन्य संक्रमण से अवश्य बचा जा सकेगा। गांव साफ-सुथरा होगा। सुंदर होगा। स्वच्छ होगा। जिससे स्वच्छ वातावरण मिलेगा और लोग स्वस्थ रहेंगे।
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