लखनऊ: कोविड प्रोटोकॉल के साथ शुक्रवार को मनाई जाएगी ईद, बाजारों में उमड़ी भारी भीड़, जमकर उड़ाई नियमों की धज्जियां – समाचार पत्रिका

समाचार पत्रिका

Latest Online Breaking News

लखनऊ: कोविड प्रोटोकॉल के साथ शुक्रवार को मनाई जाएगी ईद, बाजारों में उमड़ी भारी भीड़, जमकर उड़ाई नियमों की धज्जियां

😊 Please Share This News 😊

 

नीरज तिवारी, लखनऊ

समाचार पत्रिका, ब्यूरो

राजधानी लखनऊ में शुक्रवार को कोविड प्रोटोकॉल के तहत ईद-उल-फ़ित्र का पर्व मनाया जायेगा। ईद के त्यौहार के चलते राजधानी के विशेष तौर पर पुराने लखनऊ के बाजारों नक्खास, रकाबगंज, पाण्डेयगंज, खदरा, ठाकुरगंज, फतेहगंज, मौलवीगंज, टुड़ियांगंज सहित अन्य क्षेत्रों में सुबह से लेकर दोपहर 12 बजे तक काफी भीड़ उमड़ पड़ी। इस दौरान कोविड प्रोटोकॉल की जमकर धज्जियां उड़ाई गई। उन इलाकों में स्थिति सामान्य न होने पर नक्खास सहित कई क्षेत्रों में पुलिसकर्मियों को लाठियां भांजनी पड़ी और दुकानों को बंद कराना पड़ा। दूसरी ओर सुन्नी धर्मगुरु और ऐशबाग ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा कि शुक्रवार को पूरे देश में ईद-उल-फ़ित्र का त्यौहार मनाया जायेगा। यह खुशी का दिन खुदा पाक की ओर से रोजे़दारों को इनाम के तौर पर दिया गया है। जिन्होने पूरे रमजान में रोजे रखे और खुदा की इबादत में पूरा माह गुजारा। इस साल जिन हालात से देश गुजर रहा है उसको देखते हुए तमाम मुस्लिम संस्थानों और उलमाक्राम ने मुसलमानों से अपील की है कि ईद सादगी से मनायें और कहीं पर भी भीड़ जमा न करें और घरों में रह कर ही अपने घर वालों के साथ ईद का त्यौहार मनायें।
इस अवसर पर तमाम मुसलमानों से अपील है कि नमाज के बाद दुआवों में इस महामारी के खात्मे के लिए जरूर दुआएं करें और इसके साथ-साथ बैतुल मुकद्दस की सुरक्षा और फिलिस्तीनियों पर हो रहे जुल्म के खात्मे के लिए विशेष दुआवों का एहतिमाम करें।

ऐसे मनाएं ईद-उल-फित्र का त्यौहार

नये कपड़े न सिलवायें जायें बल्कि जो सबसे बेहतर लिबास हो उसी को पहन कर नमाज़ अदा करें। ईद के दिन गुस्ल करना, अच्छे कपड़े पहनना, खुशबू तेल, और सुर्मा लगाना और खुजूर खाना सुन्नत है, इस लिए इन चीज़ों का एहतिमाम किया जाए। जो पांच हजरात मस्जिद में रहते हैं वह मस्जिद ही में ईद की नमजा अदा करें। जिस घर में चार हजरात या इससे अधिक लोग हों वह ईद की जमात अपने घर पर पढ़े। अगर किसी घर में चार हजरात से कम हों तो वह लोग 4 रकात नफल नमाज-ए-चाश्त अकेले-अकेले पढे़। ईद की नमाज वाजिब है इसको छह जायद तकबीरों के साथ अदा करें। ईद की नमाज़ के बाद खुतबा पढ़ना सुन्नत है। अगर किसी को खुतबा याद न हो और खुतबे की कोई किताब भी न हो तो वह पहले खुतबे में सूरह फातिहा और सूरह अखलास़ पढ़े और दूसरे खुतबे में दुरूद शरीफ के साथ कोई दुआ अरबी में पढ़े। अपने रिश्तेदारों और दोस्तों को ईद की मुबारकबाद मोबाइल फोन और सोशल मीडिया के जरिये से दें। नमाज के बाद कोविड के जल्द खात्मे पूरी दुनिया में अमन व अमान के कयाम अपनी और देश व कौम की तरक्की व खुशहाली इज्जत व सरबुलन्दी और भुखमरी के खात्मे के लिए दुआएं करें।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें 

स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे

Donate Now

error: Content is protected !!