अपडेट : उन्नाव में उत्पीड़न के खिलाफ चौदह सरकारी डाक्टरों का इस्तीफा

😊 Please Share This News 😊
|
रिपोर्ट: नीरज तिवारी लखनऊ
समाचार, पत्रिका ब्यूरो
कोरोना संक्रमण के बीच आज उन्नाव जिले के चौदह सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारियों ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी जो संबोधित त्यागपत्र में मानसिक व आर्थिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है। सामूहिक त्यागपत्र में आला अधिकारियों पर कोरोना काल मे बेवजह दबाब बनाने का आरोप लगाया है। एसीएमओ तन्मय कक्कड़ को दिये त्याग पत्र में असोहा व फतेहपुर चौरासी के अधीक्षकों को बिना कारण कारण बताये व स्पस्टीकरण मांगें हटाकर कोविड कंट्रोल रूम में लगा दिया गया। डाक्टरों द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी उन्नाव सौपे गये त्याग पत्र में कहा गया है कि माह मार्च 2020 से अब तक कोविड संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यकम चिकित्सीय कार्यों का निष्पादन पूरी निष्ठा एवं परिश्रम के साथ अनवरत रूप से किया जा रहा है। कोविड महामारी से बचाव संबंधी कोविड टीकाकरण सर्विलास कार्य सैम्पलिंग रेपिड रिस्पांस टीम के द्वारा होम आइसोलेशन मरीजों के स्वास्थ्य एवं दवा वितरण धनात्मक व्यक्ति के सापेक्ष ससमय कॉन्टेक्ट ट्रेसिग आदि कार्य विषम परिथितयों में सीमित संसाधनों के साथ निरंतर रूप से कार्य करने के बावजूद प्रशासनिक अधिकारियों के दण्डात्मक आदेश एवं अमर्यादित व्यवहार तथा स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों के असहयोगत्माक रवैये के कारण प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों के विरूद्व बिना स्पष्टीकरण एवं जानकारी किये बिना दण्डात्मक कार्यवाही की जा रही है । आपके संज्ञान में लाना है कि कोविद्ध महामारी से बचाव में लगे हुए अनेक चिकित्सक प्रभारी चिकित्सा अधिकारी पैरामेडिकल स्टाफ कोविड से संक्रमित हुये एवं पुनः अपने अपने दायित्वों को निर्वहन कर रहे है। साथ ही अपने जनपद के कुछ चिकित्सक एवं स्वास्थ्य कर्मी कोविड संकमण के कारण मृत्यु हो चुकी है। इस महामारी में अपने जीवन की परवाह किये बिना भी संकमित व्यक्तियों के उपचार एवं उनके स्वास्थ्य की देखभाल नियमित रूप कार्यो एवं दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी असोहा एवं कार्यवाहक प्रभारी चिकित्सा अधिकारी फतेहपुर चौरासी के विरुद्ध बिना आरोप पत्र दिये एवं स्पष्टीकरण प्राप्त किये बिना अधीक्षक के पद से हटाकर कोविड कण्ट्रोल रूम में लगा दिया है । इस कार्यवाई से सभी प्रभारी चिकित्सा अधिकारी भयभीत एवं एकपक्षीय कार्यवाही से पीडित हैं। अतः कोविड महामारी की विषम परिस्थितियों में भी कार्य करने के उपरांत भी मानसिक एवं आर्थिक प्रताड़ना के कारण हम सभी प्रभारी चिकित्सा अधिकारी अपने प्रभारी के पद से सामूहिक रूप से त्यागपत्र दें रहे हैं परन्तु वर्तमान में कोविड महामारी एवं जनमानस को चिकित्सीय सुविधाएं प्रदान किये जाने हेतु चिकित्सक के रूप में अपने कार्य एवं दायित्वों का निर्वहन करते रहेंगे।
व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें |