मधुशालाएं बन्द: यूपी में सौ करोड़ प्रति दिन का नुकसान, जमकर हो रही कालाबाजारी

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नीरज तिवारी, लखनऊ
समाचार पत्रिका, ब्यूरो
उत्तर प्रदेश में कोरोना वैश्विक महामारी की दूसरी लहर के प्रचण्ड लहर के चलते पिछले काफी समय से बंद चल रही मधुशालायें बन्द चल रही हैं। जिसके चलते एक तरह जमकर शराब की कालाबाजारी हो रही है। वहीं दूसरी ओर यूपी सरकार को सौ करोड़ का प्रति दिन का नुक़सान हो रहा है। दुकानों को खोलने की मांग शराब विक्रेता एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर की है। एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि शराब की दुकानों के न खुलने से यूपी में प्रतिदिन सौ करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है। उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव के चलते शराब की दुकानों को बारी बारी से चरणबद्ध तरीके से बन्द किया गया था और इसके बाद सूबे में कोरोना कर्फ्यू लागू हो गया। कोरोना कर्फ्यू की वजह से पिछले काफी समय से शराब की दुकानें बंद चल रही हैं। एसोसिएशन के महामंत्री कन्हैयालाल मौर्या ने बताया कि प्रदेश में पंचायत चुनाव के के दौरान चरणबद्ध तरीके से और फिर करोना महामारी में घोषित कोरोना कर्फ्यू के कारण शराब की दुकानें बंद है तथा शराब की दुकानें बंद करने का शासन द्वारा शासनादेश में कोई उल्लेख नहीं किया गया है और ना ही आबकारी विभाग के अधिकारियों द्वारा लाइसेंस धारकों को दुकान बंद करने का कोई आदेश दिया है। इसके कारण शराब लाइसेंस धारकों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। पूरे प्रदेश से शराब कारोबारी दुकानें खोलने की मांग प्रदेश सरकार से कर रहे हैं। श्री मौर्य ने बताया शराब की दुकानें बंद होने से रोजाना सौ करोड़ से ज्यादा का नुकसान यूपी में हो रहा है तथा शराब की दुकानें बंद होने से निर्धारित मासिक कोटा और लाइसेंस फीस की चिंता सता रही है। शराब एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री एवं आबकारी सचिव तथा आबकारी आयुक्त को पत्र लिखकर शराब की दुकानें खोलने की मांग की गई है।
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