रास्ते के विवाद को लेकर 7 वर्षीय मासूम की गला रेतकर की थी हत्या

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Rep. P.R. TRIPATHI
समाचार पत्रिका, ब्यूरो
बांसगांव क्षेत्र के विशुनपुर गांव में 7 वर्षीय मासूम आलोक की हत्या रास्ते के विवाद को लेकर दरिंदों ने की थी। घटना की शाम गाना सुनाने के बहाने उसे कमरे में लेजाकर बंद कर दिया। फिर रात में भाई, भाभी और भतीजा की मदद से झाड़ियों के बीच शराब की बोतल से गला रेतकर उसकी निर्मम हत्या कर दी। पुलिस ने चारो दरिंदों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

क्षेत्राधिकारी बांसगांव श्यामदेव ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि विशुनपुर में 7 वर्षीय आलोक पुत्र ब्रह्मानंद विश्वकर्मा के हत्या की मुख्य वजह 10 दिन पूर्व आलोक के चाचा शिवकुमार और लवेश कहार के बीच हुए रास्ते का विवाद है। जिसमें शिवकुमार ने लवेश को शराबी कहकर खिल्ली उड़ाई थी। इसी बात से खुन्नस खाकर लवेश ने शिवकुमार को सबक सिखाने की मन ही मन योजना बनाई थी। 4 मई की देर शाम उसने बच्चे को गाना सुनाने के बहाने कमरे में बंद कर दिया तथा उसी रात को गांव के ही खाली स्थान के झाड़ियो में शराब की बोतल से गला रेतकर उसकी हत्या कर दी। इस काम में उसके बड़े भाई गौरीशंकर, भाभी सीमा व भतीजा विपिन ने भी मदद की थी। इस घटना के बाद पुलिस की तीन टीम गठित की गई थी। बांसगांव थाना प्रभारी राणा देवेंद्र प्रताप सिंह के नेतृत्व में गठित टीम ने शनिवार को दिन में एक बजे के करीब विशुनपुर मुर्गी फार्म के बगल से मुख्य आरोपित लवेश, हत्या में शामिल गौरीशंकर, सीमा व विपिन को गिरफ्तार कर लिया। आरोपितों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त रक्तरंजित शराब की बोतल, शराब का खाली डिब्बा (अभियुक्त के कमरे से), जलाए हुए कपड़े व प्लास्टिक की एक बोरी बरामद किया है।
डॉग स्क्वायड की जांच में मिले अहम सुराग
झाड़ियों के बीच गला रेतकर फेंकी गई मासूम आलोक की लाश मिलने के बाद मौके पर पहुंचे डॉग स्क्वायड टीम ने अहम सुराग इकट्ठा किया। घटना स्थल की पड़ताल के बाद कुत्ता सीधे लवलेश के घर पहुंचा था। जिसके बाद पुलिस का काम आसान हो गया। पुलिस ने जब लवलेश को उठाया और कड़ाई से पूछताछ की तो वह टूट गया और अपना जुर्म स्वीकार कर लिया।
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