बिजनौर: सरकारी और निजी अस्पतालों ने भर्ती करने से खड़े किए हाथ, तो पत्नी को ई-रिक्शा में ही सिलेंडर से ऑक्सीजन दे रहा पति

😊 Please Share This News 😊
|
Rep. फैसल खान
समाचार पत्रिका, बिजनौर
स्वास्थ्य महकमा व प्रशासन भले ही लाख दावे करे कोरोना संक्रमण पीड़ित मरीज़ों के भर्ती होने व सही तरीके से इलाज मिलने के लेकिन ज़मीनी हकीकत कुछ और ही बया कर रही है तस्वीरों में दिख रही महिला को सरकारी अस्पताल न ही भर्ती किया और न ही उसका इलाज किया। जिसकी वजह से सड़क पर भटकती ई-रिक्शा पर लेटी बीमार महिला अब निजी डॉक्टरों के चक्कर काटती नज़र आ रही है लेकिन कोई भी उसको भर्ती करने को तैयार नही है।
ये तस्वीरे है बिजनौर शहर की जो आपको झकझोर कर रख देंगी। ई -रिक्शा पर लेटी महिला का नाम रेशमा है जो पिछले तीन दिन से बुखार व शरीर मे ऑक्सीजन की कमी को झेल रही है।रेशमा व उसके पति की माने तो ये सरकारी अस्पताल में भर्ती होने गई थी लेकिन न तो इन्हें भर्ती ही किया और न ही डॉक्टर ने देखा इन्हें देखा । भीषण गर्मी में ई-रिक्शा पर लेटी रेशमा के ऑक्सीजन चल रही है। पति पत्नी निजी डॉक्टर की तलाश में सड़कों की धूल फाँख रहे है कि किसी डॉक्टर का दिल पसीज जाए ताकि उसे अस्पताल में भर्ती कर ले लेकिन कोई भी स्वास्थ्य महकमा रेशमा की सुध लेने के लिए तैयार नही है। ऑक्सीजन सिलंडर के सहारे रेशमा की सांसे चल रही है। समय रहते अगर ध्यान नहीं दिया गया तो कहीं ऐसा ना हो की ऑक्सीजन खत्म होने पर रेशमा की कुदरत की दी हुई सांसे भी न थम जाये।
व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें |